
गर्मी की थकान को कहो अलविदा – हिमालयन शिलाजीत से पाओ भरपूर ताक़त और ताज़गी!
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गर्मी का मौसम आते ही शरीर थकान, कमजोरी और पानी की कमी जैसी समस्याओं से जूझने लगता है। चाहे ऑफिस की भागदौड़ हो या रोजमर्रा की घरेलू जिम्मेदारियाँ, गर्मियों में एनर्जी का स्तर अक्सर गिर जाता है। ऐसे में ज़रूरत है एक ऐसे प्राकृतिक समाधान की जो शरीर को भीतर से ताक़त दे और दिमाग को तरोताज़ा रखे। यही कारण है कि हिमालयन शिलाजीत आजकल एक बार फिर चर्चा में है।
लेकिन आखिर क्या है शिलाजीत, और गर्मियों में ये कैसे मदद कर सकता है? चलिए विस्तार से जानते हैं।
शिलाजीत क्या है?
शिलाजीत एक प्राकृतिक खनिज राल है जो मुख्य रूप से हिमालय की पहाड़ियों से निकाला जाता है। यह सदियों से आयुर्वेद में एक चमत्कारी औषधि के रूप में प्रयोग होता आ रहा है। शिलाजीत मुख्य रूप से पौधों और खनिजों के हजारों वर्षों के जैविक विघटन से बनता है, और इसमें मौजूद फुलविक एसिड, खनिज तत्व, और एंटीऑक्सीडेंट्स इसे एक शक्तिशाली रसायन बनाते हैं।
गर्मियों में शिलाजीत क्यों फायदेमंद है?
गर्मी में शरीर अधिक पसीना बहाता है जिससे इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी, डिहाइड्रेशन, और थकान जैसी समस्याएँ होती हैं। ऐसे में शिलाजीत का सेवन शरीर को कई स्तरों पर फायदा पहुंचा सकता है:
1. ऊर्जा और स्टैमिना में वृद्धि
शिलाजीत शरीर की माइटोकॉन्ड्रिया (ऊर्जा उत्पादन करने वाले सेल्स) को सक्रिय करता है, जिससे आप लंबे समय तक एक्टिव और एनर्जेटिक बने रहते हैं।
2. थकान को करता है दूर
इसमें मौजूद प्राकृतिक यौगिक शरीर की थकान को कम करते हैं और मसल रिकवरी में मदद करते हैं। गर्मियों की थकावट को मात देने में यह बेहद कारगर है।
3. तनाव और चिड़चिड़ेपन में राहत
शिलाजीत मानसिक तनाव को कम करता है और मूड को बेहतर बनाता है, जो गर्मियों की झुंझलाहट से बचने में सहायक है।
4. प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है
गर्मी में वायरस और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। शिलाजीत शरीर की इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है, जिससे आप बीमारियों से बचे रहते हैं।
5. डिहाइड्रेशन से राहत
शिलाजीत शरीर के अंदर पानी को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे डिहाइड्रेशन से लड़ने में आसानी होती है।
शिलाजीत का सेवन कैसे करें?
शिलाजीत पाउडर, कैप्सूल और रेजिन (गाढ़ा तरल रूप) में उपलब्ध होता है। सबसे शुद्ध रूप रेजिन माना जाता है। इसे आप पानी, दूध या शहद के साथ मिलाकर ले सकते हैं। गर्मियों में इसे ठंडे दूध या नींबू पानी के साथ लेने से ज्यादा फायदा होता है।
सेवन मात्रा:
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शुरुआत में 200-300 मि.ग्रा. प्रतिदिन पर्याप्त होती है।
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किसी भी सप्लीमेंट को शुरू करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह ज़रूर लें।
शुद्ध और असली शिलाजीत कैसे पहचानें?
बाजार में नकली शिलाजीत की भरमार है, इसलिए खरीदते समय निम्न बातों का ध्यान रखें:
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शुद्ध शिलाजीत गाढ़ा, चिपचिपा और भूरे-से-काले रंग का होता है।
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यह हाथ में गर्म होने पर मुलायम हो जाता है और ठंडे में जम जाता है।
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इसमें कोई केमिकल गंध नहीं होनी चाहिए।
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भरोसेमंद ब्रांड से ही खरीदें और उसके लैब टेस्टेड होने की पुष्टि करें।
किन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए?
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गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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यदि आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं या हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हैं, तो सेवन से पहले परामर्श अवश्य लें।
निष्कर्ष
गर्मियों में शरीर को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है, और शिलाजीत एक ऐसा प्राकृतिक सहारा है जो अंदर से ताक़त देकर आपको फिट, एक्टिव और फ्रेश बनाए रखता है। अगर आप थकान, कमजोरी या गर्मी के चलते चिड़चिड़ापन महसूस कर रहे हैं, तो हिमालयन शिलाजीत आपकी दिनचर्या में शामिल किया जा सकता है। बस ध्यान रहे – शुद्धता और सही मात्रा का पालन करें, और गर्मी की थकान को कहें – अलविदा!